Wednesday 10 February 2016

Nida Fazli

बचा न कहने को कुछ भी हर बात हो गयीआओ कही शराब पीये रात हो गयीनक्शा उठाकर कोई नया शहर देखियेअब तो इस शहर में सबसे मुलाकात हो गयी।

सिर्फ शराब में कहाँ वो मुकम्मल नशा
कोइ कहो उनकी याद को 
की रात हो गई

No comments:

Post a Comment